Description
देवताओं के खजांची हैं भगवान कुबेर, इन्हें प्रसन्न करने के लिए ‘ओम यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धना-धनायदि पतये धन धनादि समृद्धिं देहि देहि दापय स्वाहा’ का जप किया जाता है। भगवान कुबेर की प्रतिमा को रख कर पूजा करने से ज़्यादा लाभकारी उनके सिद्ध यन्त्र की पूजा करना होता है।
Kuber Yantra को सोने, अष्टधातु, भोजपत्र, ताम्रपत्र या कागज आदि कई रूपों में प्रयोग किया जाता है।
Kuber Yantra की पूजा के लाभ :
जिस घर में श्री कुबेर यन्त्र की स्थापना विधिवत करके उसका नित प्रति सच्चे मन से पूजन किया जाता है उसे कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
ऐसे व्यक्ति धन संचय के हर प्रयास में सफल होते हैं।
घर में लोग रोग व्याधि आदि से दूर रहते हैं साथ ही ये लो हर प्रकार से समृद्धि का भोग करते हैं।
Kuber Yantra का बीज मंत्र –
ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:
ध्यान रखने योग्य बातें:
इस यंत्र को घर के पूजन स्थल पर पूर्व दिशा में मंगलवार या शुक्रवार के दिन स्थापित करना चाहिए।
शुक्र के नक्षत्र में या शुक्र ग्रह के शुभ मुहूर्त पर अथवा विजयदशमी, धनतेरस, दीपावली और रविपुष्य नक्षत्र के दिन इस यन्त्र को स्थापित करना शुभ होता हैं और तुरंत इसका प्रभाव दिखने लगता है।
इस यंत्र को स्थापित करने से पहले इसका शुद्धिकरण, प्राण प्रतिष्ठा किसी अनुभवी ज्योतिषी द्वारा करा लें। (हमारे यहाँ से प्राप्त यन्त्र पहले ही शुद्धिकरण और प्राण प्रतिष्ठित करवा कर आपको दिए जाते हैं। आपको इस यन्त्र को स्थापित करने का शुभ मुहूर्त और विधि भी लिख कर दी जाती है। )
इस यंत्र को तिजोरी या अलमारी में रखने से धन-वैभव में हो सकती है बढ़ोतरी, ऐसी है मान्यता
इस यन्त्र के विषय में जनसत्ता समाचार पत्र की ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित लेख का शीर्षक।
धन प्राप्ति के लिए व्यापार वृद्धि यन्त्र, महालक्ष्मी यन्त्र और श्री यन्त्र भी स्थापित किया जाता है।
Reviews
There are no reviews yet.