Featured Description
वेदिक ज्योतिष में सबसे ज्यादा पहनाया जाने वाला रत्न है पुखराज, इसी कारण से रत्न राज भी कहते हैं। कुंडली में अगर गुरू नीच के हों या फिर कमजोर हो तो इसे पहनने की सलाह दी जाती है।
कौन कर सकता है धारण
- धनु और मीन राशि के जातक इस अंगूठी को धारण कर सकते हैं। क्योंकि इन राशि का स्वामी स्वयं बृहस्पति होते हैं इसलिए पुखराज पहनने से इन राशि के जातकों का भाग्योदय होता है।
- कोई भी व्यक्ति जिसकी कुंडली में बृहस्पति की महादशा या अंतरदशा चल रही हो उसे भी पुखराज अवश्य धारण करना चाहिए।
- बृहस्पति से संबंधित क्षेत्र से जुड़े क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को भी पुखराज रत्न की अंगूठी को अवश्य धारण करना चाहिए।
पुखराज अंगूठी के लाभ
- अगर आप व्यापारी है तो पुखराज को अवश्य धारण करना चाहिए, यह सफलता, सम्मान और धन की प्राप्ति के मार्ग खोलता है।
- ऐसे जोडे जो परिवार वृद्धि के बारे में सोच रहे हो उन्हें भी इस अंगूठी को अवश्य धारण करना चाहिए।
- परिवार में रूके हुए मंगल कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाता है और बली गुरू मंगल कार्यों के कई अवसर प्रदान करता है।
कैसे करें धारण
सबसे पहले पंचधातु में बनी इस अभिमंत्रित अंगूठी को प्राप्त करें। इसके बाद किसी भी गुरूवार के दिन इसे अच्छी भावना और विश्वास के साथ तर्जनी अंगूली (पहली अंगूली) में धारण कर लें।